Must Visit
history of travel of banana, the history of birth of banana,केला, ऋषि के श्राप से उपजा पूजा का प्रसाद,
Food Life Style

केला :  ऋषि के श्राप से उपजा पूजा का प्रसाद

रेनू जे. त्रिपाठी खेतों में काम कर रहे हों या खेल के मैदान में दमखम और कौशल का प्रदर्शन, भूख और थकान लगने पर सबसे ज्यादा आसानी से खाया और तुरंत स्फूर्ति देने वाला फल है केला। लम्बी यात्रा पर निकल रहे हों तो भी केला ही एकमात्र ऐसा फल है जिसे बिना किसी झंझट […]

Read More
#यात्रापार्टनर, #yatrapartner, #यात्राप्रेमी, #शुक्रतीर्थ, #Shukratirtha, #शुक्रताल, #Shukratal, #अक्षयवट, #Akshayvat, #सनातनयात्रा, #सनातन, #यात्रा, #Sanatanayatra, #Sanatan, #yatra,
Spiritual Temples

Shukratirtha शुक्रतीर्थ: सम्राट परीक्षित ने यहीं सुनी थी श्रीमद्भागवत कथा

शुक्रतीर्थ (#Shukratirtha) यानी शुक्रताल (#Shukratal) भारत के उन स्थानों में है जिसका पौराणिक महत्व होने के बावजूद लोगों को इसके बारे में बहुत कम जानकारी है। हम भी इसका अपवाद नहीं थे। कुछ लोगों से इसके बारे में सुना जरूर था पर कभी जाना नहीं हो पाया था। अंततः वह दिन भी आ ही गया […]

Read More
E-Paper

E-Paper

Read More
फुन्दूजी झील,फुन्दुजी झील,दक्षिण अफ्रीका की खतरनाक फुन्दुजी झील,झील,रहस्यमयी झील,दक्षिण अफ्रीका की फुन्दूजी झील को क्यों कहा जाता है खतरनाक,पांडुजी झील,खतरनाक झील,रहस्यमयी और हत्यारी झील,रहस्य पांडूजी झील का,खूनी झील,दुनिया की सबसे खतरनाक झील,हत्यारी झील,पांडुजी नामक झील,दुनिया की सबसे रहस्मयी झील,रहस्यमयी झीलें,दुनिया की सबसे खतरनाक शापित झील पांडुजी झील,जानिए खूनी झील की कहानी,रहस्यमय झील,रहस्य झील का,#भूतिया झील,रूपकुंड झील,
Off Beat Travel

दक्षिण अफ्रीकाः रहस्‍यमयी फुन्दूजी झील, जिसका पानी पीने से मिलती है मौत

केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका)। पृथ्वी पर प्राकृतिक विविधता भरी पड़ी है। साथ ही जितनी विविधता है, उससे भी अधिक रहस्यों को ये धरती खुद में समेटी हुई है। पहाड़, नदी, झील आदि के बारे में जानने योग्य कई ऐसी बातें हैं, जिसके बारे में इंसान कुछ भी पता नहीं कर पाया है। हालांकि, ऐसा नहीं […]

Read More
केदारनाथ धाम कपाट
News

चारधाम यात्रा : केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलेंगे

देहरादून : भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में 11वें केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खोले जाएंगे। कपाट सुबह 6.25 बजे बृष लग्न में खुलेंगे। इसके बाद आराध्य की छह माह की पूजा-अर्चना धाम में ही होगी। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से 2 मई को […]

Read More